बाड़मेर में मलेरिया अनकंट्रोल हुआ: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सबसे ज्यादा मरीजों की जांच का बना रिकार्ड

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बाड़मेर में मलेरिया डेंगू
बाड़मेर में मलेरिया अनकंट्रोल हुआ: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सबसे ज्यादा मरीजों की जांच का बना रिकार्ड

ड़मेर में मलेरिया अनकंट्रोल हुआ: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सबसे ज्यादा मरीजों की जांच का बना रिकार्ड

हनुमानराम चौधरी

मलेरिया व मौसमी बीमारियों ने बाड़मेर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी के सारे रिकार्ड तोड़ दिए है। वहीं, एक माह में भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा हॉस्पिटल इतिहास में सबसे ज्यादा पहुंच चुका है। सितंबर एक माह में अब तक की सबसे ज्यादा 88253 ओपीडी और 5217 मरीजों को भर्ती किया गया है। अक्टूबर माह के 10 दिनों में रोजाना 3 हजार मरीज हॉस्पिटल पहुंच रहे है और 150 मरीज भर्ती किए जा रहे है। आलम यह है कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बीते डेढ़ माह से फुल चल रहा है। मरीजों के लिए एक्स्ट्रा बेड गैलेरी में लगाए गए है। वहीं मलेरिया भी अनकंट्रोल होता जा रहा है।

बाड़मेर में मलेरिया अनकंट्रोल हुआ: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सबसे ज्यादा मरीजों की जांच का बना रिकार्ड

दरअसल, जिले में इस बार मानसून की जबरदस्त एंट्री के साथ औसत बारिश से डबल के बराबर बारिश हुई है। बारिश ज्यादा होने की वजह से मच्छरों की भरमार हो गई। मच्छरों की वजह से मौसमी बीमारियां ने कहर बरपाना शुरू कर दिया था। मानसून विदाई होने के करीब एक माह बाद भी मलेरिया व मौसमी बीमारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। बीते 10 दिनों में ओपीडी 25 हजार से पार पहुंच चुकी है। वहीं भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी 1500 से पार पहुंच चुकी है।

डॉक्टर थानसिंह के मुताबिक नॉर्मल से ओपीडी तीन गुणा ज्यादा बढ़ गई है। ज्यादा मरीज मलेरिया के सामने आ रहे है। मलेरिया टेस्ट करवाने पर ज्यादातर प्लेट्स की कमी के केस सामने आ रहे है। भर्ती करके इलाज कर रहे है। इससे रिकवरी रेट भी अच्छी है। एडमिशन संख्या भी तीन गुणा बढ़ी है। हर दूसरा- तीसरा मरीज मलेरिया का आ रहा है। बुखार मरीजों को छोड़ता नहीं है इसलिए भर्ती करके देखरेख में रखते है।

पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया के मुताबिक सितंबर माह रोजाना 3500 हजार के आसपास ओपीडी चल रही थी। अक्टूबर माह में ओपीडी रोजाना 3 हजार के आसपास पहुंची है। वायरल व मलेरिया के केस ज्यादा आ रहे है। डेंगू के मरीज गिने-चुने ही आ रहे है। अभी बेड की कोई समस्या नहीं है एक्स्ट्रा बेड भी लगाए है।

सीएमएचओ डॉ. चन्द्रशेखर गजराज के मुताबिक इस बारिश होने की वजह से बीते सालों की अपेक्षा मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। मलेरिया व डेंगू से अभी तक एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। सितंबर माह में ओपीडी व आईपीडी हॉस्पिटल इतिहास की सबसे ज्यादा है।

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डेंगू का कम, बालोतरा में ज्यादा

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पिछले साल डेंगू कहर रहा था। साल 2021 की सीजन में डेंगू के 640 व मलेरिया के 37 मरीज सामने आए थे। इस बार मौसमी व मलेरियां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी। वहीं मलेरिया अनकंट्रोल होता जा रहा है। वहीं बालोतरा में डेंगू का कहर ज्यादा है। जिले में अब तक डेंगू के 333 केस सामने आए है। सबसे ज्यादा बालोतरा इलाके में है।

मलेरिया कहर, मरीज पहुंचे 200 पार

औसत बारिश से ज्यादा बारिश बाड़मेर में हुई है। मच्छरों की भरमार होने से मलेरिया अनकंट्रोल होता जा रहा है। सितंबर माह तक में 73 मलेरिया के मरीज थे। लेकिन अक्टूबर के 10 दिनों में मरीजों की संख्या 220 से पार चली गई है। लगातार बढ़ रहा मलेरिया बच्चों में गंभीर साबित हो रहा है।

डिस्ट्रिक्ट अस्पताल के बेड फुल

लगातार मौसमी बीमारी के साथ-साथ डेंगू-मलेरिया के मरीज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में आ रहे है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 425 बेड है। बीते डेढ माह से बेड फुल चल रहे है। अस्पताल प्रशासन ने अतिरिक्त बेड भी लगाए है।

स्वास्थ्य विभाग की अपील

विभाग ने लोगों से अपील की है कि कई पर पानी इकट्ठा नहीं होने दे। कपड़ा ओढकर सोने की सलाह दी है। कूलर में समय-समय पर सफाई करे और पानी में मच्छर नहीं बैठने दे। कच्ची बस्तियों में साफ-सफाई रखे। लोग खुद आगे कर इलाके में फोंगिग करवा ले। सिटी केस बहुत कम आ रहे है। वहीं फिल्ड के अंदर मलेरिया के मरीजों का सर्वे करके उसका फॉलोअप लेना चाहिए।

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